Hindi

Admission Notice 2024-25
Admission Notice 2023-24
M.A. Part-I admission
एकदिवसीय सेमिनारसाठी नमूद केलेल्या गोष्टींसाठी बंद पाकिटामध्ये निविदा सादर करण्याबाबत
पीएच.डी. (हिंदी) उपाधि हेतु शोधार्थियों की चयन सूची वर्ष २०२२-२३
Ph.D. Extension Date
महत्वपूर्ण सूचना
महत्वपूर्ण सूचना
पीएच.डी. पूर्व प्रवेश प्रक्रिया २०२२ -२०२३
पीएच.डी. पूर्व प्रवेश प्रक्रिया २०२२ -२३
एम. ए. (हिंदी )प्रथम वर्ष प्रवेश प्रक्रिया – २०२२-२३
पीएच. डी. पूर्व प्रवेश प्रक्रिया- मार्च २०२२
Selected and waiting Ph.D. Student list
शोधवारी अप्रैल-जून २०२१
शोधावरी जनवरी-मार्च २०२१
प्रवेश पंजीकरण हेतु लिंक – हिंदी विभाग
4.4 Post Graduate Translation Diploma Hindi
BACKLOG EXAMS TT
Exam TT format
Practice Questions -M.A.Hindi, II Year, Sem IV
Sample MCQ – 15.5 M.A.-Hindi IV Sem

About

 

हिंदी विभाग, विद्या नगरी, कलिना,

सांताक्रुज़ (पूर्व), मुंबई- ४०००९८

 

वरिष्ठ प्राध्यापक – डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय

अध्यक्ष हिंदी विभाग

यह सर्वविदित है कि भारत के विश्वविद्यालयों की भूमिका में मुंबई विश्वविद्यालय सदैव अग्रणी रहा है | मुंबई विश्वविद्यालय आज भी विश्व के श्रेष्ठ विद्या केन्दों में गिना जाता है | यहाँ देश-विदेश से हजारों छात्र अध्ययन के लिए आते हैं | इस विश्वविद्यालय ने ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में देश को नई दिशा देने वाले विद्वानों, विचारकों तथा वैज्ञानिकों का निर्माण किया है | साहित्य, संस्कृति तथा भाषा के अध्ययन तथा अध्यापन के क्षेत्र में भी मुंबई विश्वविद्यालय की उल्लेखनीय भूमिका रही है | इस विश्वविद्यालय ने देश को छह भारतरत्न प्रदान किए हैं |

मुंबई विश्वविद्यालय भारतवर्ष के आधुनिक विश्वविद्यालय में सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय है | इसकी स्थापना १८ जुलाई १८५७ को हुई थी | पहले इसका मुख्य परिसर फोर्ट में बना | आगे चलकर जब अनेक विभाग बने तब कलीना परिसर का विकास हुआ | १९७० में कलीना परिसर में ही हिंदी विभाग का विधिवत शुभारंभ हुआ | आरंभ में केवल एक ही प्राध्यापक का पद था | अब यह संख्या बढ़कर दस हुई है | हिंदी विभाग में आज एम्. ए., एवं पीएच. डी. के साथ-साथ अनुवाद तथा विदेशियों के लिए प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम संचालित होते हैं |

हिंदी विभाग ने अब तक अनेक अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय संगोष्ठियों, पुनश्चर्या तथा संकाय संवर्धन कार्यक्रमों का आयोजन किया है | यहाँ से पढ़कर निकलने वाले छात्र आज विभिन्न विश्वविद्यालयों में कार्यरत हैं | अध्यापन के अतिरिक्त यहाँ से निकलने वाले छात्र समाचार चैनलों एवं समाचार पत्रों में बड़ी भूमिका अदा कर रहे हैं | इसके अतिरिक्त यहाँ के अनेक विद्यार्थी भारत सरकार के अनेक विभागों, महत्वपूर्ण कम्पनियों तथा बैंकों के राजभाषा विभागों में बड़े पद पर कार्यरत हैं | साथ ही अनेक छात्र सिनेजगत, टेलीविजन एवं थिएटर की दुनिया में भी अपनी प्रभावी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं | विदेशी शिक्षा संस्थानों में भी यहाँ के छात्र अध्यापन कर रहे हैं | विभाग में आज निम्नलिखित प्राध्यापक हैं ……

1. डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय – वरिष्ठ प्राध्यापक एवं अध्यक्ष

2. डॉ. दत्तात्रय मुरुमकर – प्राध्यापक

3. डॉ. सचिन गपाट – सहायक प्राध्यापक

4. प्रा. सुनील वलवी – सहायक प्राध्यापक

 

**********

Facilities

Books: Department published a book “Shatabdi Purush Nirala”, March 1998
Department published a book “Sameeksha Ke Vividh Adhar”, March 1997
“Sahitya Aur Srujan”, Ratankumar Pandey, March 1997

Post Graduate

Post Graduate Translation Diploma – Hindi (PGTD-HINDI)

Syllabus

      • M.A.
      • MPhi
      • Ph.D.
      • Syllabus
      • M.A. I

FACULTY
krupashankar Dr.Karunashankar R. Upadhyay
Profile
M.A.,Ph.d.SET
Senior Professor & Head,
Hindi Poetry and Indian & Western Poetics
murumkar Dr. Dattatraya Murumkar
Profile
M. A., M.Phil., Ph.D., SET
Professor
Hindi criticism and modern prose, Modern Media & Mass communication
sachin gapat
Dr, Sachin Gapat
Profile
M.A., Ph.D.,JRF-NET,M.Ed.
Assistant Professor, Modern Literature
valvi
Dr. Sunil Valvi
M.A., NET
Assistant Professor, Modern Literature

Research Programme

 

M.Phil.
Ph.D.